Description
संपादक डॉ. अम्बा शंकर नगर
श्री जैकिशनदास सदनी द्वारा अंग्रेजी में अनुवाद
पृष्ठ 173
ISBN 978-81-89302-38-2
हिन्दी में एक पतित पावनि के रूप में डा नगर का एक महाकाव्य कविता ; यह पवित्र गंगा के रूप में श्री जैकिशनदास सदनी द्वारा अनुवादित है। डॉ नगर ने अनेक पुराणों से कहानी के धागे को उठाया है।
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