डा बिट्ठल दास मूंधड़ा का जन्म 1942 ई में कोलकाता में बीकानेर मूल के प्रतिष्ठित उद्योगपति परिवार में हुआ। उद्योग और व्यापार के साथ ही धर्म, दर्शन, कला एवं संस्कृति में गहन रुचि और तथा समाज सेवा के संस्कार उन्हें अपने परिवार से विरासत में मिले।
स्वर्गीय श्री माधोदास मूंधड़ा और स्वर्गीय श्रीमती कृष्णा देवी मूंधड़ा के पुत्र श्री बिटृठल दास मूंधड़ा ने अपने पूर्वजों की विरासत को न केवल संरक्षित किया बल्कि उसका संवर्द्धन और प्रसार भी किया। उन्होंने अपने व्यावसायिक जीवन की शुरुआत 19 वर्ष की आयु में की। अपनी योग्यता, प्रतिबद्धता और अपने समर्पण के दम पर उन्होंने अपने पारिवारिक व्यवसाय को नई उंचाइयों पर पहुंचाया। डा मूंधड़ा ने अपनी मौलिक सूझ-बूझ तथा शोध वृत्ति से परिपूर्ण अपनी कार्य शैली से विकास के कइ नए आयाम प्रस्तुत किये। प्लांट एण्ड मशीनरीज, प्लानिंग एण्ड मैनेजमेंट सिस्टम, इन हाउस डवलपमेंट ऑफ इ आर पी तथा अभियंताओं, श्रमिकों, एवं कर्मचारियों के प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के कार्यक्रम उनकी कार्यशैली के अनुपम उदाहरण हैं।
उनके अथक प्रयासों की वजह से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान रखने वाली निर्माण क्षेत्र की पब्लिक लिमिटेड कंपनी सिम्पलेक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड का काम देश और दुनिया के प्रमुख शहरों में फैला, कम्पनी ने देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इससे कम्पनी की गिनती निर्माण क्षेत्र के प्रमुख संगठनों में होने लगी। डा बिट्ठल दास मूंधड़ा अपने संस्थान में काम करने वाले अपने सहयोगियों के साथ अपने भाई बहिन जैसा व्यवहार करते हैं उनके इस व्यवहार के चलते वे स्वयं को सिम्पलैक्स परिवार का सदस्य मानते हैं।
सिम्पलेक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड के चेयरमैन (एमेरिटस) के रूप में डा मूंधड़ा औद्योगिक क्षेत्र में सफल, आदरणीय एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते हैं। निर्माण एवं आधारभूत संरचना के क्षेत्र में आपकी उपलब्धियों को देखते हुए ही सिंघानिया विश्वविद्यालय ने आपको डाक्टरेट (P h.D) और KIIT विश्वविद्यालय ने डी लिट् की उपाधि से विभूषित किया है। इनके साथ ही अनेक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने डा मूंधड़ा को सम्मानित कर स्वयं को गौरवान्वित किया है। डा मूंधड़ा के नेतृत्व में सिम्पलेक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड ने भी बहुत सारे सम्मान प्राप्त किये हैं। आपके व्यक्तिगत और कम्पनी को प्राप्त सम्मानों में से कतिपय इस प्रकार हैं :-
- KIIT विश्वविद्यालय भुवनेश्वर (उड़ीसा) द्वारा डॉक्टरेट ( डी. लिट्) की मानद उपाधि से सम्मानित ( 12 नवंबर 2017)
- ऑनरेरी विजिटिंग प्रोफेसर ऑफ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एण्ड टेक्नॉलॉजी, शिवपुर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल ( 7 नवंबर 2016)
- भारतीय वांगमय पीठ कोलकाता द्वारा भारत गौरव सारस्वत सम्मान – (2016)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ओरियंटल हैरीटेज कोलकाता द्वारा डाक्टरेट( डी. लिट्) की मानद उपाधि से सम्मानित (16 अगस्त 2014)
- यूनीसेप (UNECEP) नई दिल्ली के संस्थापक चेयरमैन (2014)
- देश् में निर्माण एवं आधारभूत संरचना के क्षेत्र में आपके योगदान को देखते हुए सिंघानिया विश्वविद्यालय राजस्थान द्वारा डाक्टरेट (पीएच डी) की मानद उपाधि से सम्मानित (29 अक्टूबर 2012)
- हॉल ऑफ फेम अवार्ड , ग्लोबल एडिटोरियल टीम, कंस्ट्रक्शन वीक इंडिया मैगजीन, मुम्बई, (2012)
- ऑनरेरी लाइफ फैलोशिप‘ , द इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) बंगलौर (16 दिसंबर 2011)
- फैलो ऑफ इंडियन कॉन्क्रीट इंस्टीट्यूट, कोलकाता (जुलाई 2011)
- वर्ल्ड लीडर बिजनेस पर्सन वर्ल्ड कन्फेडेरेशन ऑफ बिजनेस ( 2 अप्रेल 2010)
- ऑनरेरी विद्यासागर डिग्री, उत्तर प्रदेश नागकूप शास्त्रार्थ समिति, वाराणसी (5 नवंबर 2008)
- लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड बिल्डर्स एसोसियेशन ऑफ इंडिया (19-21 दिसंबर 2008)
- अनन्य अभिनंदन पत्र मातृभूमि सेवा मिशन, कुरुक्षेत्र हरियाणा (16 दिसंबर 2008)
- विश्वकर्मा अवार्ड फस्ट सी आई डी सी एनुअल (कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री डवलपमेंट काउंसिल अंडर प्लानिंग कमीशन) भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा (7 मार्च 2006)
- इंटरनेशनल बी आई डी क्वालिटी सम्मिट अवार्ड, न्यूयार्क, बिजनेस इनिशियेटिव डाइरेक्शन न्यूयार्क (2006)
- फैलो ऑफ रॉयल इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड सर्वेयर्स न्यूयार्क( यू एस ए) (16 जून 2006)
- इंटरनेशनल अवार्ड फॉर एक्सीलेंस एण्ड बिजनेस प्रेस्टीज, द इंस्टीट्यूट ऑफ कम्पनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (2006)
इनके अलावा डा मूंधड़ा सी आइ डी सी , बी ए आई जैसे कई राष्ट्रीय संस्थानों से सम्मानित हो चुके हैं। आप श्री चैरिटी ट्रस्ट, भारतीय संस्कृति संसद ट्रस्ट, माहेश्वरी भवन ट्रस्ट बोर्ड, श्री श्री गोरखनाथ ठाकुर जी ट्रस्ट, के ट्रस्टी हैं। आप भारत रिलीफ सोसायटी कोलकाता के संरक्षक, भारतीय संस्कृति संसद ,कोलकाता, नागरिक स्वास्थ्य संघ कोलकाता, भारतीय विद्या मंदिर कोलकाता तथा सेठ गिरधर दास मूंधड़ा शिक्षण संस्थान, बीकानेर के अध्यक्ष तथा जेसीडीह आरोग्य भवन जैसीडीह(झारखण्ड), श्री गिरिराजधरण माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट पुष्कर के ट्रस्टी हैं।
अध्यात्मिक वयक्तित्व के धनी डा बिट्ठल दास मूंधड़ा परिश्रमी एवं दूरदर्शी उद्योगपति हाने के साथ साथ विनम्र सामाजिक कार्यकर्ता एवं साहित्य सेवी भी हैं। इनका समाज सेवा का फलक बहुत विस्तीर्ण हैं। आप धर्म, दर्शन, शिक्षा के प्रचार-प्रसार, स्वास्थ्य सेवा, महिला कल्याण, ग्रामोत्थान, संस्कृति के संरक्षण एवं प्रतिभाओं को अवसर देने जैसे महत्वपूर्ण कार्यो में रत हैं। इनके अलावा कलाकारों, लेखकों, पत्रकारों एवं बुद्धिजीवियों को भी समय – समय पर सम्मानित करते हैं।
देश में तकनीकी शिक्षा के प्रचार – प्रसार के अपने सपने को पूरा करने के लिए बीकानेर में 10 एकड़ के भूखण्ड पर एक ऐसे परिसर का निर्माण करवाया जा रहा है जहां छात्रों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तकनीकी शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्हें तकनीकी शिक्षा के साथ साथ भारतीय दर्शन एवं भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों से परिचित कराया जाएगा। यहां से शिक्षित छात्र ईश्वर में विश्वास रखने वाले वैज्ञानिक होंगे , वे भारतीय संस्कृति से जुड़े रह कर विज्ञान और तकनीक की दुनिया में देश का नाम रौशन करेंगे।
अध्यात्म, दर्शन, साहित्य, कला, संस्कृति और विज्ञान में गहरी रुचि के चलते डा बिट्ठल दास मूधड़ा विद़वानों, बुद्धिजीवियों के साथ सत्संग करना और प्रख्यात विद्वानों की लिखी पुस्तकों को पढ़ना पसंद करते हैं। यही वजह है कि उनके निजी पुस्तकालय में विद्वान लेखकों और साहित्यकारों की पुस्तकें संग्रहीत हैं। उनका पुस्तकालय दिनो दिन समृद्ध होता जा रहा है। आपके मार्गदर्शन में
भारतीय धर्म, दर्शन, साहित्य, कला, संस्कृति और आधुनिक विज्ञान पर उच्च गुणवत्ता वाली नवीन पुस्तकों के प्रकाशन का काम चल रहा है।
विभिन्न भूमिकाएं निभाने वाले महान समाजसेवी डा बिट्ठल दास मूंधड़ा अपने आप में एक संस्था है। वे सदैव समाज और अपने कर्मचारियों के प्रति जिम्मेदारी का भाव रखते हैं। वे इस बात का पूरा ध्यान रखते है कि उनकी कम्पनी की व्यावसायिक गतिविधियों का दुष्प्रभाव पर्यावरण पर नहीं पडे़।
आपके प्रभावी नेतृत्व में सिम्पलेक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर्स कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी शाखा का गठन करना चाहता है जो देश भर में प्राथमिक शिक्षा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में विकास परक आधारभूत संरचना के विकास में सहायता करेगी।
इस शाखा में प्रतिबद्ध पेशेवर लोगों की टीम होगी। उनका काम ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के विकास एवं उनके आर्थिक उन्नयन की योजनाएं बनाना तथा उन्हें क्रियान्वित करना होगा।